फल के महत्त्व को सभी जानते है ये हमारे शरीर के अच्छे स्वास्थ्य के लिए बहुत उपयोगी है इनमे विटामिन्स और खनिज तत्व अधिक मात्रा में होता है जिससे हमारे शरीर को नई ऊर्जा मिलती है। फल खाना स्वास्थ सम्बन्धी समस्याओ को कई हद तक कम कर देता है। फल हमारे शरीर को कई तरह की बीमारी से लड़ने की शक्ति देता है। फल खाना जितना शरीर के लिए अच्छा है उतना ही ये हमारे बाल और त्वचा के लिए भी फायदेमंद है। अलग -अलग फलों में अलग -अलग पोषक तत्व होते है जिससे हमे हर फल से स्वास्थ लाभ होता है। तो आइये जानते है अलग- अलग फलों के फायदे –
आम –
आम को फलों का राजा कहा जाता है , गर्मियों में आने वाले इस फल को सब लोग पसंद करते है इसका स्वाद पूरी दुनिया में मशहूर है आम न केवल खाने के लिए उपयोग किये जाते है बल्कि इससे पना , चटनी , अचार , आम पापड़ , जूस आदि में भी उपयोग करके खाया जाता है। आम का रस पीने से एनर्जी आती है। पके हुए आम में विटामिन ‘ए'(Vitamin-A) और ‘सी ‘(Vitamin-C) अधिक मात्रा में होता है।
आम खाने से बेड कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल में रहता है साथ ही यह शरीर की पाचन क्रिया को भी सही रखता है। आम खाने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। जिन लोगो को भूलने की बीमारी है उन्हें आम खाना चाहिए आम खाने से स्मरण शक्ति बढ़ती है। गर्मियों में आना वाला ये फल गर्मी से भी बचता है यदि आप दोपहर के समय बाहर निकल रहे है तो आम का रस पीके निकल जाये इससे आप लू भी नहीं लगेगी और धुप भी नहीं लगेगी इसके साथ ही आम का पना शरीर में पानी के स्तर को बनाये रखता है।
सावधानी –
बहुत अधिक आम खाना भी स्वास्थ के लिए सही नहीं है इससे पेट से जुडी समस्या हो सकती है जैसे अपच , दस्त आदि हो सकते है।
अंगूर –
अंगूर सभी फलों में स्वादिष्ट और उत्तम फल है। इसमें बहुत ज्यादा मात्रा में ग्लूकोज और फ्रक्टोज होता है जिससे रस पेट में पहुंचते ही जल्दी से पच जाता है और शरीर में ऊर्जा बड़ा देता है। अंगूर आँखों के लिए अच्छा होता है साथ ही खून भी बढ़ाता है। यह वात – पित्त को बढ़ने से रोकता है। अंगूर खाने से शरीर में ताकत आती है। यह हर तरह की कमजोरी को दूर करके शरीर को सुन्दर और स्वस्थ बनाता है। अंगूर प्रबल क्षारीय होता है जो शरीर से विषैले पदार्थों को बाहर निकालता है और खून साफ करता है।अंगूर से होने वाले ओर भी फायदे है
जिन्हे जानते है –
- अंगूर में शर्करा 25% होती है। लोहा पर्याप्त मात्रा में होता है जो खून में हीमोग्लोबिन को बढ़ाता है। खून की कमी वाले रोगी के लिए अंगूर वरदान है।
- यह प्रबल कीटाणुनाशक है इससे आतें , लीवर और किडनी अच्छी तरह से काम करते है साथ ही कब्ज भी दूर होता है।
- अंगूर में विटामिन ‘ ए ‘ और ‘ सी ‘(Vitamin A & C) पर्याप्त मात्रा में होता है जो बच्चो और बूड़ो के लिए बल देने वाला होता है। इसमें पोटेशियम बहुत होता है जो किडनी के रोगो , हाई ब्लड प्रेशर और चर्मरोग में लाभकारी होता है।
- अंगूर रोगियों के लिए बहुत अच्छा होता है कैंसर , टीबी , गैस्ट्रिक के घाव , बच्चों का सूखा रोग , एम्पेडिसाइटिस , जोड़ों का दर्द , गठिया और दिल के रोगियों के लिए यह शक्तिदायक होता है। टाइफाइड बुखार हो या दूसरा कोई बुखार सभी में अंगूर शरीर में नई शक्ति देने के लिए उपयोग किया जाता है ।
- कई लाइलाज बीमारियों में अंगूर का रस अमृत समान काम करता है। लम्बी बीमारी के बाद शरीर में आयी कमजोरी को दूर करने में अंगूर रामबाण सिद्ध हुआ है। कई आंतो के कैंसर रोगी अंगूर से स्वस्थ हुए है।
सावधांनी –
- कच्चा अंगूर खट्टा होता है उसे नहीं खाना चाहिए। जब भी अंगूर खाये मीठे खाये।
- खाने से पहले अंगूर को अच्छी तरह से धो ले क्युकी अंगूर की खेती करने वाले उन पर कीटनाशक दवाओं का छिड़काव करते है।
- अंगूर का रस छोटे बच्चों को 50 ml से अधिक नहीं दे , अधिक देने से दस्त लग सकते है। बड़े 100 ml से 200 ml तक ले सकते है।
नारंगी ( संतरा ) –
आम फलों का राजा है तो फलों की रानी बनने के सभी गुण नारंगी में है इसी कारण नारंगी को फलों की रानी कहा गया है। नारंगी की विशेषता यह है कि इसमें मौजूद फ्रक्टोज , डेक्स्ट्रोज , खनिज और विटामिन शरीर में पहुँचते ही ऊर्जा देना शुरू कर देते है। इसका रस देर से पचता है। नारंगी में बहुत अधिक मात्रा में विटामिन ‘ सी ‘ , पोटेशियम , और लोहा होता है। नारंगी खाने से दिल और दिमाग में नई शांति आ जाती है।
आइये जानते है इसके फायदे –
- बच्चे , बूढ़े ,रोगी और दुबले -पतले लोग अपनी निर्बलता दूर करने के लिए नारंगी से लाभ उठा सकते है।
- तेज़ भुखार में इसे खाने से तापमान कम हो जाता है। इसका साइट्रिक एसिड मूत्ररोगो और किडनी रोगो को दूर करता है । किडनी के रोग से बचने के लिए नारंगी खाना चाहिए।
- छोटे बच्चों को स्वस्थ और सुपुष्ट बनाने के लिए दूध में चौथाई भाग मीठी नारंगी का रस मिलाकर पिलाना चाहिए। यह उनके लिए एक आदर्श टॉनिक है। इससे बच्चों में नई ऊर्जा , नई शक्ति आ जाती है।
- दाँत निकलते समय बच्चों को उलटी होती है हरे-पिले दस्त होते है तो नारंगी का रस देने से उनकी बैचैनी दूर होती है और पाचन शक्ति बढ़ जाती है। दाँतो और मसूड़ों के रोग भी इसे खाने से दूर होते है।
- शरीर से दुर्बल , गर्भवती महिला , क़ब्ज़, बवासीर , बेरी -बेरी , अपच , पेट में गैस , जोड़ों का दर्द , गठिया , ब्लडप्रेशर, चर्मरोग ,यकृत रोग के रोगियों के लिए नारंगी का रस लाभकारी है।
- जिन्हे दूध नहीं पचता या जो केवल दूध पर निर्भर है उन्हें नारंगी जरूर देना चाहिए। दूध में विटामिन ‘ बी कम्प्लेक्स ‘ नहीं के बराबर होता है तो उसकी पूर्ति नारंगी खाने से हो जाती है।
- मुँहासे ,कील , झाइयां और चेहरे के सांवलेपन को दूर करने के लिए नारंगी के सुखाये छिलको का बारीक़ चूर्ण गुलाबजल या कच्चे दूध में मिलाकर आधे घंटे तक लेप लगाकर रहने दे फिर सादे पानी से धो ले , इससे कुछ ही दिनों में चेहरा साफ, सुंदर और कांतिमान हो जायेगा।
सावधानी –
नारंगी सभी रोग को ख़तम करता है और शरीर के लिए बहुत अच्छा फल है लेकिन खट्टे नारंगी बच्चों-बूड़ो , गर्भवती महिलाओं के लिए हानिकारक होता है।
सीताफल –
अगस्त से नवम्बर के आस पास आने वाला सीताफल एक स्वादिष्ठ फल है। आयुर्देव के अनुसार सीताफल शीतल , पौष्टिक , उलटी बंद करने वाला , बलवर्धक , और दिल के लिए अच्छा होता है। सीताफल में कैल्शियम , लोहतत्व , फास्फोरस , विटामिन , थायमिन , रिवोफ्लोवीन और विटामिन सी अच्छी मात्रा में होते है। जिनकी तासीर गर्म है उनके लिए सीतालफल अमृत के समान है । सीतफल एक ऐसा फल है, जो शरीर को स्वस्थ बनाने के साथ-साथ कई बीमारियों के उपचार के लिए भी उपयोग में लाया जाता है। सीताफल का उपयोग कफ दोष को ठीक करने के लिए, खून की मात्रा को बढ़ाने के लिए, उल्टी, दांतों के दर्द से आराम पाने के लिए किया जाता है।
सीताफल के फायदे –
- जिन लोगो का दिल कमजोर हो , घबराहट होती हो , हाई ब्लडप्रेशर हो ऐसे लोगो के लिए भी सीताफल का नियमित सेवन दिल को मजबूत और क्रियाशील बनाता है।
- जिन्हें बहुत ज्यादा भूख लगती हो , खाना खाने के बाद भी भूख ख़तम नहीं होती हो ऐसे लोगो के लिए भी सीताफल खाना फायदेमंद है।
सावधानी –
- सीतालफल गुण में अधिक ठंडा होने के कारण ज्यादा खाने से सर्दी होती है , ठण्ड लगकर बुखार आने लगता है इसलिए जिनकी कफ -सर्दी तासीर हो उन्हें सीतालफल नहीं खाना चाहिए।
- जिनकी पाचन शक्ति कम हो उन्हें सीतालफल बहुत सोच समझकर खाना चाहिए , नहीं तो लाभ के बजाये नुकसान हो सकता है।
केला –
केला बारह मास मिलने वाला फल है ये एक ऐसा फल है जो हर जगह मिल जाता है। केला अन्य फलों की तुलना में काफी सस्ता होता है जिससे इसे हर कोई खरीद सकता है। केला सबसे ज्यादा एनर्जी देने वाला फल है इसमें भरपूर मात्रा में विटामिन , प्रोटीन , पोटेशियम फोलिएट, मैग्नीशियम , सोडियम , आयरन , ग्लूकोज ,अमीनो एसिड , क्लोरीन , फाइबर पाये जाते है। पका केला शीतल , मधुर होता है यह आँखे के रोग , दिल के रोग और गर्मी से होने वाले रोग को ख़तम करता है। केले के फायदे :-
- केला खाने से खून में हीमोग्लोबिन बढ़ता है इसलिए उन्हें केले जरूर खाना चाहिए जिन्हें हीमोग्लोबिन की कमी की शिकायत है।
- यदि आप रोज़ाना एक केला खाते है तो दिल से जुडी बीमारी को दूर रख सकते है रोज़ाना एक केला खाने से दिल स्वस्थ रहता है साथ ही यह कोलेस्ट्रॉल लेवल को कंट्रोल में रखता है।
- यदि आप सुबह के नाश्ते में केले को शामिल कर ले तो यह आपको एनर्जी देगा इसके साथ ही आपका पेट भी भरा रहेगा। केले में कार्बोहाइड्रेट होता है जिससे पेट जल्दी भर जाता है।
- केला खाने से आपकी हड्डिया मजबूत रहती है इसमें कैल्शियम भरपूर मात्रा में होता है जो हड्डियों को मजबूत बनाता है।
- केले में पोटेशियम भी होता है जो ब्लड सर्कुलेशन को सही रखता है।
सावधानी –
- खाना खाने के पहले केला नहीं खाना चाहिए।
- जिनकी तासीर ठंडी हो उन्हें केले का अधिक सेवन नहीं करना चाहिए।
सेब –
सेब सबसे ज्यादा खाने वाले फल में से एक है इसे दुनियाभर के लोग खाना पसंद करते है। आपने ये तो सुना ही होगा रोज़ एक सेब खाओ डॉक्टर को दूर भगाओ , क्युकी रोज़ एक सेब खाने से कई तरह की बीमारियों को दूर रखा जा सकता है। सेब में पर्याप्त मात्रा में एंटी-ऑक्सीडेंट और बीमारियों से लड़ने वाले तत्व होते है। सेब खाने से नाड़ियो और मस्तिष्क को शक्ति मिलने के कारण यह स्मरण शक्ति की दुर्बलता , बेहोशी और चिड़चिड़ापन में गुणकारी है।
सेब के फायदे –
- रोज़ाना एक सेब खाने से डाइबिटीज़ का खतरा कम हो जाता है।
- शरीर को स्वस्थ रखने के लिए रोज़ाना एक सेब खाना फायदेमंद है साथ ही यह दातों के लिए भी अच्छा होता है।
- सेब खाना से दिल स्वस्थ रहता है। दिल से जुडी बीमारी को दूर करने में सेब फायदेमंद है।
- सेब वजन कम करने के लिए भी उपयोग में लाया जाता है इससे वजन कंट्रोल में रहता है।
- रोज़ाना सेब खाने से कैंसर होने का खतरा का कम हो जाता है।
जामुन –
जामुन एक सामान्य फल है पर इसके गुण बहुत लाभकारी है। यह एक मौसमी फल है जिसका स्वाद मीठा होता है। जामुन के साथ -साथ इसके बीज भी उतने ही गुणकारी है। जामुन की गुठली , छाल , मींगी ,पत्ते ,और सिरके का रस मधुमेह , दस्त ,हिचकी , फुंसियाँ , कृमि , मुँह की जड़ता , अरुचि इन रोगों में उपयोग लाभकारी है। जामुन की मींगी का चूर्ण मधुमेह में वरदान है। जामुन में भरपूर मात्रा में ग्लूकोज और फ्रक्टोज होता है साथ ही और भी पोषक तत्व होते है जो शरीर के लिए जरुरी होते है। जामुन के फायदे :-
- मधुमेह के रोगी के लिए जामुन खाना फायदेमंद है इसके बीज को सुखाकर पीसकर खाने से मधुमेह में फायदा होता है।
- दस्त होने पर भी जामुन खाना फायदेमंद है इसे सेंधा नमक के साथ खाने से दस्त ठीक होते है।
- पेट से जुडी कई समस्याओं को दूर करने में जामुन अच्छा माना जाता है साथ ही यह पाचनक्रिया को सही रखता है।
अनार –
अनार नाम सुनते ही आँखों के सामने लाल – लाल छोटे दाने आ जाना जी है जितने इसके दाने सुन्दर है उतना ही इसके फायदे भी सुन्दर है। शरीर के साथ ही यह त्वचा के लिए भी फायदेमंद है। स्वस्थ और फिट रहने के लिए रोजाना अनार का सेवन करना चाहिए। अनार में ओमेगा 5, कैल्शियम, पोटैशियम, एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन ए, सी, ई, आयरन, फॉलिक एसिड, फॉस्फोरस और थायमिन काफी मात्रा में पाए जाते हैं जो शरीर को स्वस्थ बनाये रखने में सहायक होते हैं। अनार के साथ ही इसके छिलके और पत्ते भी उतने ही फायदेमंद है।
अनार के फायदे –
- दस्त लगने पर अनार के छिलके को पीसकर सुबह -शाम पानी के लेने से दस्त ठीक होते है।
- अनार खाने से पेट के कीड़े ख़तम होते है।
- अनार का जूस पीना त्वचा के लिए अच्छा है। अनार के छिलके को पीसकर पेस्ट बनकर चेहरे पर लगाने से चेहरे में निखार आता है। चेहरे के दाग-धब्बे दूर होते है।
- अनार के पत्तो का पेस्ट सरसो तेल के साथ सर में लगाने से गंजापन दूर होता है।
- पाचनतंत्र को सही रखने के लिए भी अनार का उपयोग किया जाता है।
- बवासीर के रोगी 5-10 मिली अनार के पत्ते के रस का सेवन करें। इससे बवासीर में लाभ होता है।
- खून की उल्टी होने पर अनार लाभ पहुंचाता है। रोगी को ५ – १० अनार के पत्ते का रस दिन में दो बार दें। इससे खून की उल्टी को रोकने में मदद मिलती है।
पपीता –
पपीता इसे नाम से सब जानते है और साथ ही इसके गुणों को भी जानते है। पपीते में भरपूर मात्रा में विटामिन पाए जाते है इसको खाने से लम्बाई बढ़ती है साथी ही रोगप्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है। पपीता खाने से पाचनतंत्र व्यवस्थित बना रहता है। पपीते का उपयोग सुंदरता को बढ़ाने के लिए भी किया जाता है। पपीता खाने से त्वचा चमकदार बनती है। पपीता खाने से दिल से जुडी कई तरह की बीमारियों से बचा जा सकता है। दिल के अच्छे स्वास्थ्य के लिए रोज़ाना २ -३ पपीते के टुकड़े खाना चाहिए। जानते है पपीते से होने वाले फायदे :-
- पपीते में विटामिन सी , फाइबर , और एंटीऑक्सीडेंट होते है जो कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने में मदद करते है। साथ ही फाइबर वजन कम करने का भी काम करता है।
- पपीता खाने से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है जिससे बीमारी होने का खतरा कम हो जाता है।
- पपीते में विटामिन ए भी होता है जो आँखों के लिए बहुत अच्छा होता है।
- पपीते को फेस पैक के रूप में भी उपयोग में लाया जाता है जिससे चेहरे के दाग – धब्बे दूर होते है और चेहरे पर चमक आती है।
- पेट से जुडी कई समस्याओं को दूर करने में पपीते का उपयोग किया जाता है। यह पाचन तंत्र को भी सही रखता है।
सावधानी –
- ज्यादा पपीते खाने से पेट में गर्मी हो सकती है जिससे उलटी , दस्त हो सकते है।
- खाली पेट पपीता नहीं खाना चाहिए।
खरबूजा –
गर्मियों में आने वाले खरबूज से सभी वाकिफ है। गर्मी के मौसम में सबसे बड़ी दिक्कत शरीर में पानी की कमी होना है जिसके चलते बहुत सी बीमारी होती है। जैसे तरबूज़ हमारे शरीर में पानी की कमी को दूर करता है वैसे ही खरबूज़ में भी बहुत अधिक मात्रा में पानी होता है जो शरीर में पानी की कमी को दूर करता है। इसके साथ ही खरबूज़ में विटामिन और मिनरल्स होते है जो शरीर को स्वस्थ बनाये रखने में मदद करते है।
खरबूज़ के फायदे –
- यदि आप दिल की बीमारी से बचना चाहते है तो खरबूज़ खाना शुरू कर दीजिये इसमें फोलिक एसिड होता है जो खून को जमने से या थक्का बनने से रोकता है। इसके साथ ही यह दिल को स्वस्थ रखता है।
- ख़रबूज़ा पेट से जुडी समस्याओं को दूर करता है साथ ही पानी की कमी को भी दूर करता है।
- ख़रबूज़े में विटामिन सी भी होता है जिससे इम्युनिटी बढ़ती है साथ ही शरीर स्वस्थ रहता है।
- ख़रबूज़े में विटामिन ए होता है जो आँखों के लिए अच्छा होता है।