अगर आप किसी से कहे की क्या आप खूबसूरत दिखाना चाहते है तो शायद ही ऐसा कोई होगा जो ना कहे सब यदि कहेंगे है हा बिल्कुल , क्यूकि उम्र चाहे जो हो खूबसूरत दिखना हर कोई चाहता है और इसके लिए बाजार में आ रहे प्रोडक्ट का उपयोग कर रहे जिसके साइड इफ़ेक्ट ज्यादा हो रहे है। बाजार के प्रोडक्ट की बजाये यदि आप घरेलु नुस्खे उपयोग में लाएंगे तो इसके फायदे आपको तुरंत देखने को मिलेंगे।
तो आइये जानते है कुछ घरेलु नुस्खे –
- 10 ग्राम नींबू का रस ( दो बार कपडे से छाना हुआ ) ,10 ग्राम ग्लीसरीन , 10 ग्राम और 10 ग्राम गुलाबजल – तीनो को बराबर मात्रा में मिलाकर एकरस करके रख लें। इस लोशन को रोज़ाना रात सोने से पहले चेहरे पर हल्के -हल्के मलने से चेहरा रेशम के समान कोमल और सुन्दर बनता है। चेहरे के दाग , कील , मुंहासे दूर होकर मुखमण्डल की रंगत निखरती है। 15-20 दिन के इस्तेमाल से ही कील मुंहासे दूर होकर चेहरे का रंग साफ हो जाता है और चेहरा मुलायम बन जाता है। नींबू के रस में रोमकूपों को साफ कर उनमें भरे मैल को निकालने की विलक्षण क्षमता होती है। इस कारण भी त्वचा अधिक स्वच्छ , सुन्दर , अधिक मुलायम और कांतिमान बन जाती है। अधिक महंगे बाजारू लोशन के स्थान पर नींबू से बना हुआ यह लोशन श्रेष्ठ सिद्ध हुआ है क्यूकि ठण्ड में बर्फीली हवाओं से त्वचा की रक्षा करने का अपूर्व गुण इसमें है
ये तो हमने बताया की आप लोशन कैसे बना सकते है पर ये भी जानना जरुरी है की सबकी त्वचा अलग – अलग होती है तो उसकी देखभाल की प्रक्रिया भी अलग – अलग होगी।
तो जानते है त्वचा के अनुसार उसकी देखभाल करना।
चिकनी एवं तेलीय त्वचा के लिए बेसन-हल्दी का उबटन –
यदि आपकी त्वचा तेलीय है तो उसके लिए आप 60 ग्राम ( लभग 16 चम्मच ) बेसन और आधा चम्मच पीसी हुई हल्दी में थोड़ा कच्चा दूध मिलाकर गाड़ा – गाड़ा घोल बना लें और चौथाई चमच्च या 8-10 बूंद सरसों या ( तिल या जैतून ) का तेल मिलाकर इतना फेंटे कि गाड़ा लेप बन जाये। इस उबटन को चेहरे , गर्दन , बाहें , हाथ-पैर , कोहनियां -घुटने आदि अंगो पर लेप कर लें। लेप करने के पांच -दस मिनट बाद जब यह लेप सूखने लगे तो हथलियों के दबाव से मसल -मसल कर छुड़ा लें। अब थोड़ी देर बाद गुनगुने पानी से धो डालें या नाहा लें और तौलिये से सूखा लें। इससे त्वचा साफ, रेशम -सी चिकनी ,मुलायम और चमकदार हो जाएगी और चेहरे कि रंगत निखर उठेगी। बेसन और हल्दी के इस उबटन को चेहरे पर लगाने से चहरे के दाग , झुर्रियां और कालिमा दूर होती है और चहरे के अनावश्यक बाल झड़ जाते हैं। चिकनी या तेलीय त्वचा के लिए बेसन से बढ़कर उत्तम कोई अन्य चीज़ नहीं है।
तैलीय त्वचा के लिए खीरे का घोल –
इसके लिए किसी शीशी या चीनी के बर्तन में खीरे को कद्दूकस कर उसको कपडे में अच्छी तरह निचोड़कर रस निकाल लें। तीस ग्राम रस में आधा चम्मच नींबू का रस व आधा चम्मच गुलाबजल मिलाकर घोलबना लें। इसे रुई से चेहरे व गर्दन पर लगाकर आधा या एक घंटे बाद पहले गुनगुने और फिर सादे पानी से मुंह धोले। इससे चेहरे पर कुदरती चमक और निखार आता है क्यूंकि बाजार के क्रीम कि तुलना में खीरे का रस बहुत जल्दी त्वचा के अंदर पहुंचकर असर करता है। खीरे में त्वचा को निखारने का विशिष्ट गुण है। धूप के कारण सांवली पड़ गई त्वचा पर इस घोल का उपयोग लाभप्रद है। केवल खीरे के रस या खीरे के टुकड़ों को अकेले ही चेहरे पर मलने से रंग साफ होता है और तैलीय त्वचा कि शिकायतें दूर होती हैं। ज्यादा चिकनाई वाले चेहरे पर पिसा हुआ खीरा मलकर धो डालने से अनावश्यक चिकनाई दूर हो जाती है।
आँखों के नीचे व आसपास पड़ गए कालेपन को दूर करने के लिए रुई के फाहे को खीरे के रस में भिगोकर पलकों पर व उसके आसपास रखें। 10-15 मिनट बाद हटा लें। धीरे -धीरे त्वचा स्वाभाविक रंग में आ जाएगी।
खीरे का टुकड़ा काटकर त्वचा पर कुछ देर रगड़ें जिससे कि त्वचा पर रस कि एक पर्त – सी चढ़ जाये।बीस मिनट बाद त्वचा को सादे पानी से धो डालें। ऐसा करते रहने से दाग , धब्बे , मुंहासे आदि धीरे -धीरे खत्म हो जाते हैं।
अत्यधिक तेल युक्त त्वचा के लिए –
यदि त्वचा इतनी तैलीय हो कि मेकअप भी नहीं ठहरता हो तो बर्फ का टुकड़ा दूध में भिगोकर चेहरे पर हौले – हौले मलें। इस क्रिया से त्वचा का चिकनापन दूर होगा और चेहरे पर ताजगी का अनुभव होगा।